Sunday, 27 December 2015

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Self-Confidence And Self-Dependent Hindi Motivational Story

जो व्यक्ति Struggle करने से पूर्व ही भैभित हो जाता है, वह संघर्ष को कभी पर नहीं कर सकता. जो व्यक्ति शारीर से कमजोर हो लेकिन जिसके पास पहाड़ कि काया-सा Self-Confidence हो, वह हारी हुई बजी भी जीत लेता है. यही लोग हैं जो Tables Turn करके पूरे World को चौका कर देते हैं. इसी प्रकार Self-dependent Person भी शंका रहित होकर कोई काम करता है तो कभी भी किसी काम में Unsuccessful नहीं होता.

जो व्यक्ति Self-Respect के बल पर आत्मविश्वासी होकर आत्मनिर्भर बन जाते हैं तो वे अहंकारी (Overrated) नहीं कहलाते. John Colhm को Study करते हुए देखकर College के एक Student ने उसका मजाक उड़ाया तो John Colhm ने उससे कहा, “मुझे अपने समय का इस प्रकार उपयोग करने कि आवश्यकता है कि मैं Congress यानि विधानसभा (Assembly) में अच्छी तरह से काम कर सकूँ.” यह सुनकर वह Student और ज़ोर से हंसा. तब John Colhm ने उससे कहा, “क्या तुम मेरी इस बात पर यकीन नहीं कर सकते? Trust Me यदि मुझे यह भरोसा नहीं होता कि तीन साल के अन्दर ही Capital कि ओर से Congress में निर्वाचित (Elected) हो जाऊंगा तो मैं इस College में Admission ही नहीं लेता.” Future में महान बनने वाले व्यक्ति ऐसे शब्द अपनी शक्तियों और अपने Self-Confidence के आधार पर कह जाते हैं. ऐसे व्यक्ति अपनी Ability के मूल्य को समझते हैं और उसी के अनुसार आत्मविश्वास रखना जानते हैं. William Shakespeare ने एक जगह लिखा है, “जो पराश्रित और Hesitation करने वाले व्यक्ति हैं वे आत्मनिर्भर रहने वालों के उदार Ego को नहीं समझ सकते. आत्मनिर्भर व्यक्ति को यह खुशी होती है कि उसमे राजमुकुट (Crown) प्राप्त करने की Power है.

Self-Confidence और आत्मनिर्भता कि जब Collaboration हो जाती है तो व्यक्ति Life के प्रत्येक मोर्चे पर Success ही अर्जित नहीं करता बल्कि अपने Self-Respect और गौरव को भी Harmful होने से बचाता है. देश कि आजादी के लिए संघर्ष करते हुए Mahatma Gandhi ने भी इसी प्रकार का Message दिया था कि यदि देश के सभी लोग Self-dependent हो जाएँगे तो उनका आत्मविश्वास बढेगा और उन्हें Struggle करते हुए आगे बढ़ने में कोई भी भय (Fear) प्रतीत नहीं होगा.

जो लोग Self-dependent नहीं होते हैं, वह उस पतले सरकंडे के समान होते हैं जो हवा के मामूली झोंके पर ही लचक उठता है. आप Self-Confidence रखते हुए Self-dependent हो जाएँ, तो अन्य सभी नेमतें उसके पीछे स्वतः ही चली आएँगी. याद रखें कि आप Self-dependent नहीं हैं तो आपकी Countless Abilities भी किसी काम की नहीं रहेंगी और आप लोगों के लिए एक Unsuccessful और नाकारा व्यक्तियों की List में ही तुम्हारी Counting होंगी. निम्नलिखित Hindi Motivational Story से आप समझ सकते हैं कि मनुष्य अपने Self-Confidence को बनाए रखकर क्या कुछ नहीं कर सकता:

एक सेठ के दुकान के Storeroom में आग लग गई. सेठ के सभी नौकर, सैकड़ों नगर-मोहल्ले वासी आग बुझाने में Unsuccessful रहे और सारी कमाई हुई Properties Destroy हो गई. सब कुछ जल जाने के बाद लोगों ने सेठ के पास जाकर दुःख प्रकट किया और सांत्वना (Consolation) दी, “आपकी विपत्ति (Adversity) से हम दुखी हैं. आपकी Whole-Life कि कमाई पलभर में Destroy हो गई.” सेठ मुस्कुराए, ऑंखें बंद करके उपरवाले का स्मरण किया. उन्होंने लोगों से कहा कि, “यह जो खो गया, वह फिर देगा, कृपा करेगा. जरुर मुझसे अनजाने में कोई Mistake हो गई होगी तभी यह Accident हुई. वह सब मेरे Life की असली कमाई नहीं थी. असली कमाई तो वह है जो मेरे पास है और उसी के बल से मैं पुनः सबकुछ अर्जित कर लूँगा. इस Properties के Destroy होने से जब मुझे ही कोई दुःख नहीं है तो फिर आपलोग क्यों दुखी हैं? सभी सेठ को आश्चर्य भरी नजरों से देखते रह गए. उनकी आँखों में एक ही प्रश्न था, “सेठ, क्या है आपकी असली कमाई जिस पर आप शांत हैं, अविचलित हैं और अपने आपको Encourage किए हुए हैं.” “मेरी असली कमाई है उपरवाले में Faith (Loyalty) और अपने Struggle करने पर Confidence है. आग में यह सब तो नहीं जला न और यह विपत्ति में भी मैं यह बात नहीं भूला सकता हूँ, जिससे मैंने कमाई की थी और आगे भी करूँगा. मैं विनय नहीं छोडूंगा नहीं तो लोगों की सहानुभूति (Sympathy), Support एवम् Guidance नहीं मिलेगी. अंतः विपत्ति के समय मनुष्य को Patience नहीं छोड़ना चाहिए और इसी के बल पर कोई Lost Property ही नहीं सब कुछ प्राप्त कर सकता है.”




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