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Tuesday, 15 March 2016

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Dr. A. P. J. Abdul Kalam in Hindi

Dr. A. P. J. Abdul Kalam in Hindi

About Dr. A. P. J. Abdul Kalam in Hindi:

जब दुनिया के महान शखसियतों का नाम लिया जाता है तो हम हिन्दुस्तानियों के जुबान पर सबसे पहले जो नाम आता है जिसे दुनिया “Dr. A. P. J. Abdul Kalam” के नाम से जानती है. जिन्होंने आपना नाम महान शखसियतों में अपने महान कार्यों, लगन और मेहनत से जोड़ा है. तो चलिए आज हमलोग भारत के 11th राष्ट्रपति Dr. A. P. J. Abdul Kalam के बारे में कुछ जानते हैं. मैंने Internet और किताबों की मदद से कुछ जानकारी हासिल की है, जो मैं आपके साथ Shear कर रहा हूँ. Dr. A. P. J. Abdul Kalam जैसे अंतरिक्ष विज्ञान के महान वैज्ञानिक के बारे में कुछ जानकारी आप के साथ बाँट कर मुझे बहुत खुशी हो रही है. मैं आशा करता हूँ कि ये जानकारी आपको जीवन में Success (सफ़ल) होने की राह दिखलाएगी.
 

Biograpy of Dr. A. P. J. Abdul Kalam: डॉ. ऐ पी जे अब्दुल कलाम की जीवनी


पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम
जन्म 15th अक्टूबर 1931
रामेश्वरम, रमानाथपुरम जिला, ब्रिटिश राज (मौजूदा तमिलनाडु, भारत)
मृत्यु 27th जुलाई 2015 (उम्र 83)
शिलोंग, मेघालय, भारत
विद्या सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली
अर्जन मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
पेशा प्रोफेसर, लेखक, वैज्ञानिक एयरोस्पेस इंजीनियर
धर्म इस्लाम
वेबसाइट abdulkalam.com

Life Story of  “Dr. A. P. J. Abdul Kalam” in Hindi:

Abdul Kalam का जन्म 15th October 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक मध्यमवर्ग Muslim Family में हुआ. इनके Father जैनुलाब्दीन न तो ज़्यादा Educated नहीं थे, न ही Richest Man थे. इनके पिता मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे. Abdul Kalam पुरे परिवार वालों के साथ रहते थे. उनके Family Member का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है, कि Abdul Kalam के स्वयं पाँच भाई एवं पाँच बहन थे और घर में तीन परिवार साथ में रहते थे.  Abdul Kalam के जीवन पर इनके पिता का बहुत प्रभाव रहा. वे भले ही पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन उनकी लगन और उनके दिए संस्कार अब्दुल कलाम के बहुत काम आए. पाँच वर्ष की अवस्था में रामेश्वरम के पंचायत प्राथमिक विद्यालय में उनका दीक्षा-संस्कार हुआ था. उनके शिक्षक इयादुराई सोलोमन ने उनसे कहा था कि-

"जीवन मे सफलता तथा अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए तीव्र इच्छा, आस्था, अपेक्षा इन तीन शक्तियो को भलीभाँति समझ लेना और उन पर प्रभुत्व स्थापित करना चाहिए."

Abdul Kalam ने अपनी आरंभिक शिक्षा जारी रखने के लिए News Paper वितरित करने का कार्य भी किया. कलाम ने 1958 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलजी से अंतरिक्ष विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. स्नातक होने के बाद उन्होंने हावरक्राफ्ट परियोजना पर काम करने के लिये भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में प्रवेश किया. 1962 में वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में आये जहाँ उन्होंने सफलतापूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजनाओं में अपनी भूमिका निभाई. परियोजना निदेशक के रूप में भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी 3 के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जिससे जुलाई 1982 में रोहिणी उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया था.

पुरस्कार एवं सम्मान:

Dr. A. P. J. Abdul Kalam के 79th Birthday को United State के द्वारा World Student Day के रूप में मनाया गया था. इसके आलावा उन्हें लगभग 40 University के द्वारा "मानद डॉक्टरेट" की उपाधियाँ प्रदान की गयी थीं. भारत सरकार (Govt. of India) के द्वारा उन्हें 1981 में "पद्म भूषण" और 1990 में "पद्म विभूषण" का सम्मान प्रदान किया गया, जो उनके द्वारा ISRO और DRDO में कार्यों के दौरान वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिये तथा भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में कार्य हेतु प्रदान किया गया था.
1997 में Dr. A. P. J. Abdul Kalam साहब को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" प्रदान किया गया. जो उनके वैज्ञानिक अनुसंधानों और भारत में तकनीकी के विकास में अभूतपूर्व योगदान हेतु दिया गया था.
वर्ष 2005 में Switzerland की Govt. ने Dr. A. P. J. Abdul Kalam के Switzerland आगमन के उपलक्ष्य में 26th May को "विज्ञान दिवस" घोषित किया. नेशनल स्पेस सोशायटी ने वर्ष 2013 में उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान सम्बंधित परियोजनाओं के कुशल संचलन और प्रबंधन के लिये "वॉन ब्राउन अवार्ड" से पुरस्कृत किया.


सम्मान का वर्ष
सम्मान/पुरस्कार का नाम
प्रदाता संस्था
1981 पद्म भूषण भारत सरकार
1990 पद्म विभूषण भारत सरकार
1994 विशिष्ट शोधार्थी इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (INDIA)
1997 भारत रत्न भारत सरकार
1997 इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस
1998 वीर सावरकर पुरस्कार भारत सरकार
2000 रामानुजन पुरस्कार अल्वार्स शोध संस्थान, चेन्नई
2007 डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि वूल्वरहैंप्टन विश्वविद्यालय, United Kingdom
2007 किंग चार्ल्स II मेडल रॉयल सोसायटी, United Kingdom
2007 डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय
2008 डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
2008 डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि) नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय, सिंगापुर
2009 वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, (U.S.A.)
2009 हूवर मेडल A.S.M.I. फाउण्डेशन, (U.S.A.)
2009 मानद डॉक्टरेट ऑकलैंड विश्वविद्यालय
2010 डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू
2011 आइ॰ई॰ई॰ई॰ मानद सदस्यता I.E.E.E
2012 डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि) साइमन फ़्रेज़र विश्वविद्यालय
2014 डॉक्टर ऑफ़ साइन्स एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम

Top 10 Quotes of A. P. J. Abdul Kalam in Hindi: ऐ पी जे अब्दुल कलाम के 10 सर्वश्रेष्ठ अनमोल वचन

Quote 1.
महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 2.
भगवान, हमारे निर्माता ने हमारे मष्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित शक्तियां और क्षमताएं दी हैं. इश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 3.
यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 4.
क्या हम यह नहीं जानते कि आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है ?
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 5.
मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 6.
इंतज़ार करने वालो को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 7.
एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक Library (पुस्तकालय) के बराबर होता है.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 8.
कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 9.
शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
Quote 10.
भारत में हम बस मौत, बीमारी , आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते हैं.
Dr. A. P. J. Abdul Kalam
 

Note:

आपको Dr. A. P. J. Abdul Kalam Quotes और Life Story of Dr. A. P. J. Abdul Kalam कैसा लगा. हमें जरुर लिखें और अपने दोस्तों को Whatsaap और Facebook पर Shear करे.
इस Post में कहीं भी कोई गलती नज़र आए तो हमें जरुर बतलाएँ. उसे ठीक करने की पूरी कोशिस कि जाएगी.
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Sunday, 31 January 2016

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10 Things Can Change Your Life : 10 बातें जो बदल दे आपकी जिंदगी...!!!

10 Things Can Change Your Life

 1. Importance of Education in Life:

आज व्यक्ति ज्ञान पाने को इच्छुक नज़र आता है. वह ज्ञान को Books में खोजता है, उपाधियों में पता है. Education के पश्चात् वह Doctor, Engineer अथवा Administrative Post पाने की लालसा भी रखता है. लेकिन क्या यही ज्ञान प्राप्ति के उद्देश्य हैं? यदि ज्ञान आपको मनुष्यता की राह पर नहीं लाता तो वह आपको स्वार्थी (Selfish) बना रहा है. वह आपको Self-Oriented Life जीने को प्रेरित कर रहा है. अतः Educated Person बनने के पश्चात् यह ज़रूरी है कि आप सही अर्थों में मनुष्य बनें और मानवता की सेवा का जज़्बा आप में उदित हो.

2. Importance of Time in Life:

Social Behavior का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति जब आपके Personality को परखते हैं तो वह यह जानने का प्रयत्न करते हैं कि आप Time को कितना Importance देते हैं अथवा समय की उपयोगिता आपके लिए क्या है? अतः लोगों के साथ समय के पाबंद रहें और कर्म के प्रति निष्ठावान रहें. समय का सदुपयोग करें और निष्क्रिय रहते हुए समय नष्ट न करें. उचित समय पर कार्य आरम्भ करें और कतई भी Careless होकर न करें कि आपको पुनः उस कार्य पर समय व्यतीत करना पड़े.

3. Importance of Challenge in Life:

जिंदगी कि सीधी राहों पर चलना कतई भी मुस्किल नहीं है. लेकिन टेढ़ी-मेढ़ी राहों पर ही आपके Skills और Personality की Real Examination होती है. Social Behavior Person एवम् Experience Person आपको तब ज्यादा परखते है जब आप Challenge को Accept करने की दिशा में अग्रसर होते हैं. अतः यह आपके लिए आवश्यक है कि जब Life में Challenge अथवा अवसर प्राप्त हो, आप उसे दोनों हाथों से थाम लें. स्वयं को जानने का एकमात्र मार्ग यही है कि आप Difficult Situation में से अपने Skill को गुजरने की इजाजत दें.

4. Importance of Judgment in Life:

हमारे Life में ऐसे कई अवसर आते हैं, जब हमें किसी व्यक्ति विशेष के बारे में कोई Judgment करने की आवश्यकता होती है. यह भी हो सकता है कि दो व्यक्तियों के मध्य का वाद-विवाद (Debate) आपको सौंप दिया जाता है. ऐसे में आपका यह Responsibility बनता है कि मध्यस्तर की भूमिका में आप तटस्थ रहें और पूर्वाग्रह के आधार पर कोई भी Judgment न करें. सदैव याद रखें कि लोक व्यहवारी की निर्णय शक्ति में प्रभाव अवश्य ही होना चाहिए. किसी भी बात का फैसला करने से पूर्व सिक्के के दोनों पहलुओं पर विचार करना आवश्यक होता है. निर्णय करते समय इंसानियत का प्रकाश कम न होने दें, यही उत्तम Social Behavior माना जाता है.

5. Importance of Love in Life:

Love... दुनिया का सबसे पावन शब्द है जो वस्तुत “माँ” शब्द के पश्चात् सबसे पवित्र माना जाता है. आपकी ज़िन्दगी में प्रेम के क्या मायने हैं, यह आपका Character साबित करता है, आपके विचार नहीं. यदि आपको किसी से प्रेम है तो आप पाएंगे कि उसके प्रति आप Normal हैं और उसके Mistakes को भी क्षमा कर देते है. उसकी तकलीफ और उसकी आवश्यकता आपको विचलित कर देती है और आपकी Utmost कोशिश रहती है कि उसे तकलीफ न हो और उसकी आवश्यकता की पूर्ति हो जाए. लेकिन प्रेम का भाव Self-Refreshing होता है. सात फेरों या सात वचनों से आप रिश्ता तो पातें हैं लेकिन वह कर्तव्य (Duty) का होता है, जबकि प्रेम किसी बंधन का नाम नहीं है. प्रेम के लिए कोई रिश्ता हो, यह भी आवश्यक नहीं, क्योंकि प्रेम आप एक पालतू जानवर (Dog, Cat, Horse Etc.) से भी कर सकते हैं.

6. Importance of Courage in Life:

Social Behavior को संतुलित बनाए रखने के लिए जब आप अपने Personality को अनुकूल बनाने का प्रयास करते हैं तो आपको यह याद रखना होगा कि व्यक्तित्व की सभी दिशाओं को चमकाया जाए. यदि आप अपने व्यक्तित्व एक भी दिशा को रिक्त छोड़ देते हैं तो वह दिशा आपके Personality की अन्य दिशाओं को भी दूषित कर देगा. बेशक यह Difficult Work है, लेकिन यह याद रखें कि महानता भी Difficult Situation को Solve करने से ही प्राप्त होती है. फिर मानव यदि हिम्मत करे तो वह क्या नहीं प्राप्त कर सकता?

7. Reduce Laziness in Life:

यदि आप आलस्य की गोद में पड़े हैं तो महानता के Horizon की बात जाने ही दें, आप छत पर लगे मकड़े के जाले को भी स्पर्श नहीं कर सकते. आलस्य ऐसा संक्रामक रोग (Infectious Disease) है, जो आपके अन्य Good Qualities को भी खत्म कर देता है. आलस्य आपका सबसे बड़ा शत्रु है. यदि आपने आलस्य से दोस्ती कर ली है तो समझ लें कि आपने पूरी दुनिया से दुश्मनी कर ली. Lazy Person का प्रत्येक गुण एवम् एश्वर्य शीघ्र ही Destroy हो जाता है. आलस्य का कोई भी व्यक्तिगत गुण (Personal Attributes) नहीं है. अतः आलस्य का त्याग करें.

8. Importance of Honesty And Altruism in Life:

आपका दिल कैसा है? Social Behavior आपके दिल में बसी Honesty एवम् सहायता के भाव से प्रभावित होते हैं. उन्हें इस बात से कोई भी फर्क नहीं पड़ता है कि आप धन कुबेर (Rich) हैं या किसी देश के Highest Post पर हैं. यदि ईमानदारी और परोपकारिता (Altruism) आपके दिल में धड़क रही है तो आप दुनिया के सबसे गरीब व्यक्ति होने के पश्चात् भी लोक व्यहवार की दृष्टि से आप Great Person हैं.

9. Importance of Good Character in Life:

आपका Character... अर्थात् जिन आदेशों को लेकर आप जीवित हैं, उन आदेशों के प्रति आपका अटूट समपर्ण ही आपका Character कहलाता है. अतः अपने Character के प्रति Strong रहें और प्रलोभनों के माध्यम से होकर गुजर जाएँ. Social Behavior की कला का प्रथम एवम् अंतिम उद्देश्य भी यही है कि व्यक्ति Advanced एवम् Strong Character का स्वामी बने.

10. Importance of Self-Confidence in Life:

धारा के साथ तो सभी तैर सकते हैं, पर अच्छा तैराक वही होता है जो धारा के विरुद्ध भी तैर सके. साधारण स्थितियों में व्यक्ति अपना Self-Confidence बना कर रखता है, यह अच्छी बात है. लेकिन विपरीत Situations में भी आत्मा को अनुशासित रख पाये, यही Challenging होता है. अक्सर होता यही है कि हमें जहाँ Challenge से गुजरना होता हैं, वहाँ हम पीछे हट जाते हैं. हमें चाहिए कि हम Challenge का सामना पूरे Self-Confidence के साथ करें.

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Wednesday, 20 January 2016

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Importance of Simplicity In Life

Importance of Simplicity In Life
आज के इस दौर में जब कोई Person किसी भी जगह पर अगर उसे Success मिल जाती है तो वह अपनी सारी मान-मर्यादा को भूल जाता है और दिखावे कि जिंदगी व्यतीत करने लगता है. यदि आप Success और Reputation के शिखर पर पहुचने के पश्चात भी अपने अन्दर एक Simple Person को जीवित रख सकते हैं तो निश्चय मानें कि आप महानता की दहलीज पर खड़े खड़े होने कि सलाहियत रखते हैं. Success सिर चढ़ कर बोलती है और Success के नशे में चूर होकर व्यक्ति नीति निपुणता को भी भूल जाता है. लेकिन महानता हासिल करने वाले व्यक्ति चाहे सफलता के शीर्ष पर हों, तब भी वह अपनी सादगी और सफलता को नहीं छोड़ते हैं. पूरी दुनिया ऐसे लोगों कि महानता से भरा पड़ा है, जिन्होंने साधारण व्यक्ति कि तरह ही अपना Life Spend किया है. लेकिन असाधारण व्यक्ति सभी स्थितियों में सरल एवम् उदार मन होता है. एक True Story प्रस्तुत है, जिससे आप प्रेरणा (Inspiration) पा सकते हैं कि आपको किस प्रकार की Simple और Success Life जीना चाहिए:
 

Importance of Simplicity In Life:


माना जाता है कि व्यक्ति जितना बड़ा होता है उसका व्यहवार भी उतना ही सरल होता है. कहावत भी है कि “फलों से लदा वृक्ष ही धरती की ओर झुकना जनता है.” Gladston England के Prime Minister थे. उनकी गणना World के Famous Politicians में की जाती है. एक दिन वे घुमने निकले. एक Driver से उनकी भेंट हुई. उसने गाड़ी में लोहा भर रखा था. Gladston ने उसे मिलने वाले किराये आदि के बारे में पूछताछ की. इतने में रास्ते में एक टीला आ गया. घोड़े को गाड़ी खींचने में तकलीफ होने लगी. Gladston ने Driver से पूछा, “अब तुम क्या करोगे?” Driver ने कहा, “और क्या किया जा सकता है. कन्धा लगाना पड़ेगा.” Gladston बोले, “चलो मैं भी कंधा लगता हूँ.” गाड़ी टीले पर चढ़ गई. गाड़ी वाले ने उनका आभार माना. वे अपने रस्ते चले गए. आगे जाने पर Driver से एक आदमी ने कहा, “तुम जानते हो वह आदमी कौन था?” Driver बोला, “नहीं तो, मैं क्या जानूं?” उस आदमी ने कहा, “अरे वे Gladston थे अपने Country के Prime Minister.” Driver आश्चर्यचकित रह गया. ऐसी थी उस राष्ट्र के President की सादगी और सरलता.

आप समझ सकते हैं कि सादगी और सरलता के आभूषण धारण करने से आप अधिक मानवीय और अधिक Respected हो जाते हैं. यदि आप EGO का दामन थाम लेते हैं, तो आपके दामन में छिपे गुण एक-एक करके खत्म होते चले जाएँगे.
  • William Shakespeare के शब्दों पर गौर करें, “सादगी और सरलता वीर हृदयों की शोभा है और EGO का भाव कमज़ोर शरीरों में ही अधिक होता है.”

  • Swami Vivekananda ने भी सादगी और अहंकारिता के मध्य के अंतर को काफी सुन्दरता से रेखांकित किया है – “यदि तुमने EGO को त्याग कर सादगी को अपना लिया है तो किसी भी धर्म पुस्तक की एक पंक्ति भी पढ़े बिना और बिना किसी प्रार्थना गृह में पैर रखे तुम जहाँ भी बैठे हो वहीँ तुम्हे मोक्ष कि प्राप्ति हो जाएगी.”

  • Mahatma Gandhi ने भी इस प्रकार से कर्म के आधार पर व्याख्या कि है- “सरलता और सादगी यह है कि जो हम करतें है वह दुसरे भी कर सकते हैं. यदि हम इसे नहीं मानते तो हम अहंकारी हैं.”

सादगी और सरलता को यदि आप अपने Life में प्रथम स्थान प्रदान करना चाहते हैं तो आपको यह समझ लेना चाहिए कि इसे आप अपनी आदत ही बना लें. क्योंकि जितने कार्य आदत कि वजह से होते हैं उतने विवेक के कारण नहीं. विवेक का चाबुक स्वार्थी (Selfish) मन आपसे छीन सकता है. लेकिन आदत का समापन भाव कोई भी दुर्गुण नहीं छीन सकता.

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Saturday, 9 January 2016

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Power of Responsibility in Hindi

Power of Responsibility in Hindi
Responsibility एक ऐसा तथ्य है जो किसी भी इन्सान को जीवन में सफल होने की राह दिखलाती है. हर आदमी चाहता है कि लोग उसे पसंद करे. खासकर अपने साथ काम करने वालों और अपने Boss से मिला Encouragement उसे खुशी देता है. इस तरह के प्रोत्साहन पाने के बाद वह दुगुने उत्साह से काम कर पाता है. और अगर बहुत कुछ करने के बाद भी उसे बधाई न मिले तो वह मायुस (Disappointed) हो जाता है. लेकिन हम सभी यह जानते हैं कि किसी भी Situation में सभी लोगों को खुश करना Possible नहीं है. हर हल में कुछ लोग ऐसे होंगे जो Stupid, Uneducated, घमंडी... या अपनी सुविधा के पूर्वाग्रह के मुताबिक जो भी उन्हें ठीक लगेगा समझ सकते है.

Power of Responsibility in Hindi

अगर आपको अपनी Professional Responsibility पूरी करने के लिए ऐसे लोगों से मिलना पड़ता है जिन्हें आप बिल्कुल पसंद नहीं करते तो भी आपको उनसे मिलना पड़ेगा. लेकिन यह कमी आप अपने Personal Project से पूरी कर सकते हैं. खुद से सवाल कीजिए कि Really में आप किस तरह के हैं और किस तरह के लोगों के साथ रहना पसंद करते हैं? क्या आप किसी खास व्यक्ति से इसलिए मिलते हैं और उस के साथ समय बिताना पसंद करते हैं, क्योंकि दुसरे उसे पसंद करते हैं और वह काफी Popular है? सोंच-समझकर और अपनी Interest को ध्यान में रखकर ही अपनी Personal Project तैयार करें.

अपने व्यावसायिक (Business) कामकाज के लिए तो आपके लिए पसंद-नापसंद के हिसाब से सब कुछ तय करना मुमकिन नहीं. Professional Responsibilities निभाते समय ध्यान रखें कि आपको सिर्फ अपना काम पूरी Liability के साथ करते जाना है, हो सकता है आप कुछ के नजर में बहुत अच्छे Proved हों, हो सकता है कि आप हमेशा सबको खुश नहीं कर सकते. ऐसे लोगों की तलाश करें, जो आपको बहुत अच्छा समझते है. चूँकि हर आदमी आपको पसंद नहीं कर सकता, इसलिए आप ऐसे लोगों को चुनें, जिनके साथ रहने पर आपका Self-Confidence बढ़ता हो. जो आपको महसूस करवाते हों कि आप में भी कोई खास बात है. क्या आपने कभी Notice किया है कि कुछ लोगों के साथ रहते हुए आप अपने आपको ज्यादा Smart, Intelligent, Attractive और Qualified पाते हैं?

तब आप खासकर अपने आपको ज्यादा डरा हुआ महसूस कर रहे होते हैं, जब आपको लगता है कि कहीं लोग आपकी हकीकत न जान जाएँ यानि जब आप अपने बारे में कुछ छिपा रहे होते है. अपनी किसी खास बात को हम अपनी कमजोरी मान लेते हैं और फिर इसे छुपाने कि कोशिश करने लगते है. हम यह मान करा चलतें हैं कि इस बारे में अगर लोगों को पता चल गया तो वे हमारे बारे में गलत सोंच बना लेंगे. लेकिन तब यह हम यह भूल रहे होते है कि इस तरह हम अपने Self-Confidence को कमजोर कर रहें है. अपनी किसी Specialty को कमजोरी समझ लेना ठीक नहीं है.

Advertisement Agency में काम करने वाले शिखर को आज से Three Month पहले तक लगता था कि उसके अन्दर रचनात्मक (Constitutive) का आभाव है, जो कि इस Profession कि सबसे पहली जरुरत है. उसे लगने लगा था कि वह इस Profession में रह कर कभी Successful नहीं हो सकता. लेकिन Three Month पहले जब उसने नई Company Join की तो यहाँ उसे अपने Creative Director के साथ काम करते हुए महसूस हुआ कि पहले उसकी अपने बारे में जो सोच थी, वह पूरी तरह गलत थी. उसने तीन महीने में ही दो कामयाब Print Campaign Tire किए और जल्दी ही Advertising जगत में एक छोटी सी ही सही लेकिन मजबूत पहचान कायम कर ली. नए Creative Hand ने बिना किसी पूर्वाग्रह के रचनात्मक काम करने का मौका दिया उसने उसे पूरा कर दिखाया. यह इसलिए भी मुमकिन हुआ क्योंकि Boss ने उसे इस के काबिल समझ और उसे Encourage किया. ज्यादातर स्थितियों में आप अपने खोये हुए Self-Confidence को थोड़े जतन से वापस ला सकते हैं.

अतः अपने कार्य के प्रति समर्पित रहें और जो लोग आपके व्यावहारिक हितों कि पूर्ति करते हैं, उनके प्रति सदैव समर्पित रहें. आप अपने कार्य के द्वारा उन्हें खुश रखें, जो आप में ऐसी संभावना देख रहें हैं आप किसी भी Business अथवा किसी भी क्षेत्र में हों अपनी Responsibility अपने कार्य के माध्यम से कर सकतें हैं.


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Thursday, 31 December 2015

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Sanjay Sethi की Success Story (Co-Founder & C.E.O. of Shopclues) in Hindi

आज के युवाओं कि सबसे बड़ी Problem यह है की हम कुछ अलग करने की नहीं सोचते हैं. India में यह बहुत बड़ी समस्या है की आज हमें जो कुछ भी मिल जाता है उस पर ही संतुष्ट हो जाते हैं खुद से कुछ हांसिल करने कि कोशिस नहीं करते. हमारे जीवन में कुछ अलग करने कि ललक है ही नहीं. लेकिन यह बात किसी महापुरुष ने कहा है कि “जिसके जीवन में कुछ अलग करने कि चाह न हो और वह अपनी घिसीपिटी जिंदगी से ही खुश हो तो वह आदमी कभी भी Success के मुकाम को हांसिल नहीं कर सकता.”

आईये हम जानते हैं Sanjay Sethi के बारे में जानते हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी में कुछ अलग करते हुए Shopclues जैसी Online Marketing Company की नीव रखी और उसे सफलता की ऊंचाई तक उसे पहुँचाया.

Success Story of Sanjay Sethi (Co-Founder & C.E.O. of Shopclues)

America में बेहतरीन Career छोड़कर Sanjay Sethi India लौटे और अपने चार दोस्तों के साथ शुरु कि अपनी नई Company. महज चार साल के अन्दर Shopclues ने Online Market में बनाई खास जगह.

पढाई कुछ और ही की थी रास्ता कुछ और चुन लिया. और जो रास्ता चुना, उस पर Success की ऐसी Story दर्ज करते गए कि आज उनकी Story सब सुन रहे हैं.

Shopclues के Co-Founder और C.E.O. Sanjay Sethi ने महज चार साल पहले 2011 में इस Online Market – Shopclues की शुरुआत की थी. आज कि भागमभाग भरी जिंदगी में जब किसी के पास Market जाने का वक्त नहीं है, दिन के 24 घंटों में से केवल नींद के समय को छोड़ कर लोग हर समय Mobile और Computer पर Online रहते हैं. ऐसे में बाजार खुद उनके घर आ गया है. Sanjay कहते हैं, “Shopclues अन्य Websites से इसी मायने में अलग है, Shopclues Shopping Mall और बड़ा बाज़ार कि तरह है जहाँ सबके लिए सबकी जरुरत और खरीद क्षमता के मुताबिक सब कुछ मिलता है.”

Uttar Pradesh के शहरों Allahabad, Varanasi, Jhansi और Lucknow में जब Sanjay बड़े हो रहे थे तो Computer और हमारी जिंदगी में इतने तूफानी ढंग से Enter नहीं हुआ था. एक सामान्य Middle Class Family के मेधावी बच्चे कि तरह B.H.U से Mechanical Engineering कि पढाई की और SAIL (Steel Authority of India Limited) में नौकरी करने लगे. लेकिन दिल के अन्दर अगर कोई बेचैनी हो और हमेशा कुछ नया सीखते रहने कि ललक हो तो कोई इन्सान कैसे शांत बैठ सकता है. 1996 में IIT Delhi में पहली बार Computer Science में एक साल का एक Course शुरू किया. Sanjay उसके पहले Batch के Student थे. उन्ही के शदों में, “Computer तब नया-नया आया था. IIT में पढने के बाद मेरी जिंदगी कि दिशा बदल गई. फिर मैंने Mechanical Engineering की तरफ पलट कर नहीं देखा”

इसके बाद Sanjay America चले गए. और 14 साल के लिए वहीँ के हो कर रह गये. California में Ebay में काम करने के दौरान उनके मन में अपना कुछ काम करने का खायाल आया वे कहते हैं, “Ebay तब World का सबसे बड़ा Online Market था, लेकिन वहाँ काम करना बहुत ही Boring हो गया था. Ebay India के Online Market को पकड़ने में भी नाकाम रहा था. ऐसा न होता तो Flipkart, Snapdeal जैसी Companies के जमीन नहीं तैयार होती.

Sanjay को लग रहा था कि Indian Online Market का एक बड़ा सा हिस्स अभी भी अनछुआ है. पर America छोड़ने का फैसला आसन नहीं था. उसके पास America की नागरिकता (Citizenship) थी. Job, Safety, बच्चों का बेहतर Future. India लौटने का मतलब था इन सब को दाव पे लगा देना, लेकिन आखिरकार Sanjay ने कठिन रास्ता चुना.Sanjay ने अपने दोस्तों Sandeep, Radhika Agarwal और Mrinal Chatterjee के साथ मिलकर Gurgaon में महज 800 Sq.Ft. की जगह में अगस्त, 2011 में Shopclues की शुरुआत कि. एक साल बाद January 2012 में जब Shopclues पहली बार Online हुआ तो उनके यहाँ महज 15 लोगों की Team थी. पहले दिन उनके पास 2 Order आए थे. Sanjay उन दिनों की याद करते हैं, “शुरू में तो दिन के 3-4 Order ही आते थे. कई बार तो दिन भर में एक भी Order नहीं होता था”

उस दिन से लेकर आज Shopclues की कहानी कुछ यूँ बदली है कि अब Everyday 80,000 से लेकर 1 Lakh 50 Thousand तक Order आते हैं. महज 20 Merchant से शुरू हुआ सफ़र 3 Lakh Merchant पर पहुँच गया है. Sanjay बताते हैं, “इस साल के अंत तक Merchant की संख्या 5 Lakh से ऊपर हो जाएगी.” कंपनी में 1,000 Employee हैं. सारी Saving लगाकर शुरू की गयी Company इस vittवर्ष के अंत तक 1.2 Billion Rupees की हो जाने की उम्मीद है.

आखिरकार ऐसा क्यूँ है कि जब इतनी संख्या में बड़े खिलाड़ी Online Marketing में दांव आजमा रहे हैं, तब भी Shopclues की Development और Reputation बढती जा रही है. Sanjay ने कहा कि, “उसका कारण है Trust और अपने Customers के साथ एक Emotional Relations.”

वे एक घटना का ज़िक्र करते हैं: “January में Company शुरू हुई थी और February में ठीक Valentine Day के मौके पर हम Problem में फंस गए. हमारे पास 300 Bouquet के Order थे और दुकानवाला आखरी मौके पर भाग गया . हमारी विश्वसनीयता (Reliability) दांव पर लगी थी. आख़िरकार हम खुद भागे-भागे Old Delhi के Market में गये और एक साथ 300 Teddy Bear और Chocolate के Packet खरीद लाये. पूरी रात जागकर उन्हें Pack किया और Customers के सन्देश के और अपने माफीनामे के साथ उन्हें भेजा.” उस दिन को याद करते हुए उनकी आँखें उत्साह से चमकने लगती हैं, “रातोरात Three Hundred Packet तैयार करके Courier किए गये थे.” इस घटना का Positive Effects पड़ा. Social Media पर भी Shopclues के पक्ष में एक माहौल तैयार हुआ. Shopclues ने India में Online Market के स्वरुप को बिल्कुल बदलकर रख दिया. यह इसी कि बदौलत संभव हो सका कि आज एक छोटे शहर के मामूली दुकानदार के लिए भी अपने Products को Online बेचना संभव हो गया है. Sanjay कहते हैं, “हमारा Focus ही Two और Three टियर शहरों पर हैं. महानगरों से ज्यादा बड़ा बाज़ार वहां है. बेचने और खरीदने वाले दोनों. लेकिन ज़रूरत है कि उनकी खरीद क्षमता के मुताबिक Products उन तक पहुंचाने कि.” Shopclues यह काम बखूबी कर रहा है.



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Tuesday, 29 December 2015

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The key of Success - Positive Thinking सकारात्मक सोंच In Hindi Motivational Story

Unsuccessful को Success बनाने में Positive Thinking का महत्व ही सबसे ज्यादा होता है. आज लोगों के दिमाग में यह Negative Thinking घर कर जाती है की Success को पाना बहुत ही मुस्किल काम है
लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है अगर आप Positive Thinking के साथ कड़ी मेहनत करें तो Success को पाना बिल्कुल ही आसन हो जायेगा और इतना ही नहीं Success आपके कदम चूमेगी. “यह बिल्कुल भी Important नहीं है कि कल आप क्या थे अथवा आज आप क्या हैं और किस Stage पर हैं. सबसे Important यह है कि आप कल के लिए क्या सोचते हैं और कल क्या बनना चाहते हैं.”

आज के दौर में जहाँ Youngsters के सामने Jobs की Problem Monster का रूप धारण किए हुए खड़ी है, वहां उनका जल्दी ही Disappointed हो जाना तथा उचित Job न मिलने पर Frustration से भर जाना सामान्य सी बातें हैं. इस स्थिति से Self-Confidence, स्वप्रेरणा, Struggle करने की क्षमता, जल्दी Decision लेने की Ability तथा Situations के हिसाब से खुद को ढालने की कला ही छुटकारा दिला सकती हैं, ये गुण छोटे या मामूली Realized हो सकते हैं, परन्तु लोगों को प्रायः यह अहसास नहीं हो पाता है कि उनमें ये गुण कितनी क्षमता (Efficiency) के साथ Present हैं. यदि हम Struggle Efficiency की बात करें तो ऐसे हजारों उदाहरण दिख जाएँगे, जब किसी व्यक्ति ने अत्यंत छोटे स्तर से काम शुरु करके Unlimited Heights हासिल कीं. हर प्राणी में विषम Situations से जूझने की अदम्य Power होती है. जरुरत है खुद को पहचानने की और Life में संघर्ष से भागने के बजाय Positive Thinking पैदा करने की. यदि व्यक्ति अपने जीवन के हर मोड़ पर Positive Thinking रखे तो पता चलेगा कि उसकी आधी से ज्यादा Problems तो खुद-ब-खुद Solved हो गई.

आशंकाओं के साथ किया हुआ कोई भी काम Success नहीं होता, जबकि Good Thinking के साथ किया गया कोई भी प्रयास कभी भी Unsuccessful नहीं होता. World में दो ही प्रकार के लोग हैं, एक वह जो Successful हैं और दुसरे वह जो Unsuccessful हैं. लेकिन आपको यह सोचना चाहिए कि कुछ व्यक्ति Unsuccessful क्यों होते हैं और कुछ लोग Always Successful कैसे हो जाते हैं? इसके पीछे प्रमुख कारण होता है व्यक्ति का नजरिया. काम और जीवन के प्रति व्यक्ति का दृष्टिकोण उसके आगे बढ़ने या पीछे हटने में Effective Role निभाता है. आप किसी काम में कितने भी निपूर्ण क्यों न ह्नों, आपकी योग्यता चाहे जो हो और आपकी रूचि रुझान कुछ भी हो, जो चीज आपकी Success सुनिश्चित करती है, वह है आपका Attitude.

लेकिन हम में से कितने लोग अपने काम को उत्साहपूर्वक कर पाते हैं? बहुत काम. फिर भी हम कहते हैं कि फलां Interview में नहीं चुने गए या Promotion नहीं पा सके. हारने से जीत मिलती हो ऐसा तो नहीं है फिर भी कुछ खोकर कुछ तो प्राप्त किया जा सकता है, यह बात विरोधाभासी लग सकती है, लेकिन है नहीं. हम मनुष्य हैं और थोड़ी बहुत असफलता मिलना आम बात है. कोई भी व्यक्ति अपने सारे कामों में 100% Success नहीं पा सकता.

जीवन में कभी न कभी हर कोई Unsuccessful होता है. दूसरे शब्दों में असफलताओं के Pillars पर ही टिकी होती है Success. विजेता हार-जीत के अपने अनुभावों को Analysis करके अपने लिए Success होने का Formula खोज लेतें हैं. इसके अनुरूप ही वे अपने Behavior और कार्य में सुधर ला पाते हैं. फर्क सिर्फ यह होता है कि एक Winner जब कोई Mistake करता है तो उसे Accept कर लेता है कि हाँ मुझसे गलती हुई और एक Unsuccessful Person कहता है कि यह मेरी गलती नहीं थी.



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